बैंक FD Vs डाकघर की NSC और KVP कहाँ ज्यादा ब्याज है

fd-vs-nsc-kvp अभी तक आपको ये नही पता कि बैंक के FD से ज्यादा ब्याज डाकघर की जमा योजनाओं NSC और KVP में मिल सकता है। 

यदि आपने भी अपना पैसा किसी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट ( FD ) कर रखा है या करने को सोच रहे हैं। तो उससे पहले ये लेख आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है।

 वर्तमान में कहाँ कितना ब्याज मिल रहा है ? –

इस समय डाकघर की जमा योजना ‘किसान विकास पत्र (KVP)’ और ‘नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)’ में निवेश करना काफी लाभदायक है।

क्योंकि ये दोनों योजनाएं आपको किसी बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से ज्यादा ब्याज दे रही हैं।

वर्तमान में ब्याज की स्थिति – 

भारतीय स्टेट बैंक ( SBI) FD                    5.4 %

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) –             6.8 %

किसान विकास पत्र (KVP) –                     6.9 %

     ऊपर आपने देखा कि डाकघर की कई योजनाओं में आपको बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से ज्यादा ब्याज मिल रहा है।

             दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि आप डाकघर की योजना जैसे ‘किसान विकास पत्र’ ( KVP ) अथवा ‘नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट’ ( NSC ) में निवेश करते हैं तो अधिक ब्याज के साथ – साथ भारतीय आयकर कानून के Section 80’C टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है।

 Income Tax के Section 80’C’  के तहत आप डाकघर की इन स्कीम्स में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स में छूट प्राप्त कर सकते हैं।

अब डाकघर द्वारा संचालित इन दो योजनाओं को विस्तार पूर्वक समझते हैं।

किसान विकास पत्र (KVP) – 

किसान विकास पत्र भारतीय डाकघर द्वारा संचालित एक जमा या निवेश योजना है।इसकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं –

इसमें कौन निवेश कर सकता है ? –

   कोई भी व्यक्ति, व्यक्तिगत रूप से KVP में निवेश कर सकता है।

   इस खाते को किसी नाबालिग के नाम पर भी खोला जा सकता है। पर उसकी देखभाल की जिम्मेदारी नाबालिग के अभिभावकों पर ही होगी।

–   KVP खाते को 3 वयस्क व्यक्ति संयुक्त रूप से भी खोल सकते हैं।

किसान विकास पत्र (KVP) में कैसे निवेश कर सकते हैं ? –

   KVP को देश भर में फैले किसी भी डाकघर से खरीदा जा सकता है।

–   इस योजना के तहत डाकघर बांड की भाँति एक प्रमाण – पत्र प्रदान किया जाता है और इस पर एक तय ब्याज मिलता रहता है

–   इस प्रमाण – पत्र को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को और एक डाकघर से दूसरे डाकघर में आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है।

   KVP भारत के कुछ चुनिंदा बैंकों से भी ऑनलाइन खरीदा जा सकता है।

 

KVP योजना में कितना निवेश कर सकते हैं ? –

–   किसान विकास पत्र में निवेश करने की कोई अधिकतम लिमिट नहीं है।

–   KVP में निवेश करने की न्यूनतम सीमा 1000 रुपये है। अर्थात 1000 रुपये से निवेश प्रारंभ कर सकते हैं।

–   इसके अतिरिक्त 100 – 100 रुपये कर के कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं।

KVP में निवेश पर कितना ब्याज मिलता है ? –

–   किसान विकास पत्र बचत योजना द्वारा वर्तमान समय में 6.9 % का ब्याज मिल रहा है।

–   ब्याज दर समय – समय पर भारत सरकार के नियमों द्वारा परिवर्तित हो सकती है।

–   KVP योजना में निवेश किये गए पैसे पर भारतीय आयकर कानून की धारा 80 ‘C’ तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है।

KVP में निवेश का समय कितना होता है ? –

 –  किसान विकास पत्र का लॉक इन पीरियड 2.5 साल का होता है।

–   यदि आप KVP मे निवेश करने के बाद अपना पैसा निकालना चाहेंगे तो आपको कम से कम 2.5 साल ( 30 महीने) का इंतजार करना पड़ेगा।

–   लॉक इन पीरियड के बाद ही आप यहाँ से अपना पैसा निकाल पाएंगे। KVP में निवेश करने से पूर्व इस बात का जरूर ध्यान रखें।

KVP में पैसा डबल होने में कितना समय लगता है ? –

 यदि मौजूदा ब्याज दर 6.9 % के हिसाब से देखा जाय तो आप इस योजना में जो पैसा लगाते हैं वह करीब 124 महीने ( 10 साल 4 महीने ) में डबल हो जाएगा।

यानी आप यहाँ निवेश कर के 10 साल 4 महीने में अपनी रकम को दोगुना कर सकते हैं।

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट ( NSC) –

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट भी भारतीय डाक विभाग की एक जमा योजना है। नीचे इसकी विशेषताओं की जानकारी दी जा रही है –

NSC में कौन निवेश कर सकता है ? –

–   इसमें कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष का है वह खुद के लिए या किसी नाबालिग के लिए इस स्कीम में निवेश 

कर सकता है।

  NSC में 3 वयस्क व्यक्ति संयुक्त रूप से भी निवेश कर सकते हैं।

NSC में कैसे निवेश कर सकते हैं ? –

  देश भर में फैले किसी भी डाकघर में जाकर इसमें निवेश के लिए अपना खाता खुलवा सकते हैं।

  देश के लगभग हर डाकघर में NSC में निवेश की सुविधा उपलब्ध है।

  NSC खाता एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम ट्रांसफर भी किया जा सकता है।

NSC में निवेश की सीमा क्या है ? –

–   इस योजना में भी निवेश की अधिकतम कोई सीमा नहीं तय है आप अधिकतम कितना भी निवेश कर सकते हैं।

–   इसमें न्यूनतम निवेश की सीमा 1000 रुपये है। अर्थात यहाँ 1000 रुपये से कम का निवेश नहीं किया जा सकता है।

–   NSC स्कीम में जमा धन पर भारतीय आयकर कानून की धारा 80’C’ के तहत आयकर में छूट प्राप्त होती है।

NSC में कितना ब्याज मिलता है ? –

   वर्तमान समय नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश पर 6.8 %  ब्याज मिलता है।

–  NSC में ब्याज की गढ़ना वार्षिक आधार पर होती है। लेकिन ब्याज की रकम आपको निवेश की  अवधि पूर्ण हो जाने के पश्चात ही मिलती है।

NSC में कितने समय के लिए निवेश कर सकते हैं ? –

NSC में लॉक इन पीरियड 5 साल का होता है। मतलब कि यदि आप NSC में निवेश करते हैं तो 5 साल से पहले आप बाहर नहीं निकल सकते हैं।

NSC में पैसा डबल होने में कितना समय लगता है ? –

वर्तमान समय में NSC में निवेश पर 6.8 % ब्याज मिलता है। इस हिसाब से देखें तो आपका पैसा डबल होने में करीब 127 महीने ( 10 साल 7 महीने ) का समय लगेगा।

NSC ब्याज दर में भारत सरकार के नियमों अनुसार बदलाव भी होता रहता है।

निष्कर्ष ( The Conclusion ) – 

इस लेख में आपने ये जाना कि आज के समय में यदि आप अपने पैसों का सुरक्षित निवेश चाहते हैं, साथ ही ये भी चाहते हैं कि निवेश पर रिटर्न भी अच्छा मिले तो आपके पास बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट ( FD ) के अलावा भी अन्य  विकल्प मौजूद हैं।

यहाँ भारतीय डाक विभाग द्वारा संचालित निवेश के 2 विकल्प बताये गए हैं पहला किसान विकास पत्र  और दूसरा नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट।

 इन दोनों Tax Saving Schemes विकल्पों में निवेश करना सुरक्षित भी है और बैंक FD से ज्यादा ब्याज भी मिलता है।

साथ ही साथ आयकर की धारा 80 ‘सी’ के तहत आयकर में छूट भी प्राप्त कर सकते हैं।

ये लेख आपको कैसा लगा ? और इस लेख में दी गयी जानकारी से क्या आपको कोई लाभ मिला है ? तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

Income Tax Slab की जानकारी के लिए पढ़े 

Income Tax Act के Section 80’C’ की जानकारी के लिए पढ़े

 

1 thought on “बैंक FD Vs डाकघर की NSC और KVP कहाँ ज्यादा ब्याज है”

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