शेयर बाजार को जुवां या सट्टा मानकर अधिकांश भारतीय शेयर बाजार मे निवेश करने करने से बचते हैं जिसकी वजह से अपने निवेश पर काफी बड़ा रिटर्न प्राप्त करने के अवसर से वंचित रह जाते हैं।
पिछले लेख मे भी इस बात की चर्चा हुई थी कि क्यों Stock Market मे निवेश करने वाले भारतीयों की संख्या इतनी कम है जबकि अमेरिका जैसे देशों में यह संख्या बहुत अधिक है।
इस लेख में बात की जाएगी कि क्या Share Market सच मे जुवां या सट्टा ही है या फिर व्यापार है ? और क्या शेयर बाजार मे हमे निवेश करना चाहिए ?
क्या शेयर बाजार जुवां या सट्टा है ?
अक्सर हमलोगों को यह बात सुनने या पढ़ने को मिल जाती है कि शेयर बाजार मे केवल एक या दो प्रतिशत लोग ही सफल हो पाते हैं बाकी के 98 या 99 प्रतिशत लोग असफल ही होते हैं मतलब कि ज्यादातर लोग अपना पैसा यहां गंवाते ही हैं।
इस तरह की बातों को सुनकर या पढ़कर लोगों की धारणा और पक्की हो जाती है कि सच मे शेयर बाजार सट्टा ही है।
बहुत सारे लोग शेयर बाजार की शुरुआत इंट्राडे ट्रेडिंग से करते हैं और उनका मुख्य उद्देश्य होता है बहुत कम समय मे ढेर सारा पैसा कमाना परंतु यह संभव नही हो पाता है।
उल्टा बहुत कम समय मे वह अपना ढेर सारा पैसा यहां गवां देते हैं फिर समाज को यह संदेश देते हैं कि शेयर बाजार तो सट्टा है यहां कोई पैसा नही बना पाता है।
सच्चाई भी यही है कि जो लोग शेयर बाजार को सट्टा कहते हैं उनको Share Market के बारे में ज्यादा कुछ पता ही नही होता है।
लोग बिना किसी जानकारी के बहुत जल्दी लाखों-करोड़ों कमाने के चक्कर मे शेयर बाजार में कूद पड़ते हैं। और इसी लालच में अपना मेहनत से कमाया गया पैसा यहां डुबो देते हैं।
अब मुख्य बात पर आते हैं कि क्या शेयर बाजार जुवां या सट्टा ही है ?
मेरी नजर में हर वह काम सट्टा है जो आप नही कर पाते हो फिर भी करते हो।
जैसे आप डॉक्टर नही हो फिर भी किसी रोगी का इलाज करने की कोशिश करोगे तो आपके लिए ये सट्टा है परंतु कोई डॉक्टर उसी रोगी का इलाज करता है तो यह उसके लिए सट्टा नही होगा क्योंकि वह इसके लिए पहले से प्रशिक्षित है।
इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति किसी को कानूनी सलाह देता है और वह वकील नही है तो यह सट्टा है परंतु वही सलाह कोई वकील देगा तो यह सट्टा नही होगा क्योंकि वकील को उस विषय की पूरी कानूनी जानकारी और अनुभव होता है।
इसी प्रकार आपको शेयर बाजार की जानकारी नही है कि यहां पर कैसे अपने पैसे निवेश करके पैसा कमाया जाता है। लेकिन फिर भी आप यहां पैसे कमाने के लालच में अपने पैसे लगाने लगते हैं तो यह सट्टा है।
वहीं कोई व्यक्ति शेयर बाजार की जानकारी प्राप्त करके धीरे-धीरे और संयम के साथ निवेश की शुरुआत करता है और समय के साथ जैसे-जैसे अनुभव और ज्ञान बढ़ता जाता है अपने निवेश को बढ़ाता जाता है और पैसे कमाता है तो यह सट्टा नही है।
सट्टा या जुवां मे फायदा और नुकसान अपने हाथ मे नही होता है जबकि स्टॉक मार्केट में फायदा होगा या नुकसान काफी कुछ अपने हाथ होता है।
शेयर मार्केट को सट्टा समझने की गलती न करें
ऊपर डॉक्टर और वकील का उदाहरण दिया गया है लेकिन इसका मतलब ये नही कि कोई डॉक्टर या वकील कभी असफल नही होता हैं।
ये लोग भी असफल होते हैं लेकिन ये लोग असफल होने से पहले सफलता पाने के सारे प्रयत्न जरूर करते हैं।
सारे प्रयास करने के बाद भी यदि सफलता नही मिलती है तो यह असफलता बहुत ही गहन अनुभव दे जाती है जिससे आगे और मुश्किल काम को भी आसान बनाने मे काफी मदद मिलती है।
आजकल 15 हजार महीने की सैलरी वाली जॉब पाने के लिए भी कम से कम ग्रेजुएशन होना जरूरी है और ग्रेजुएशन की डिग्री कई साल की पढ़ाई और काफी पैसे खर्च करने के बाद ही मिल पाना संभव हो पाता है।
जब 15 हजार रुपए महीने की सैलरी पाने के लिए कई साल तक पढ़ाई करनी पड़ती है। तो शेयर बाजार भी तो लोग पैसे कमाने के लिए ही आते हैं फिर यहां क्यों नही कुछ समय मेहनत करने में देना चाहते हैं।
Share Market मे लोग अपने नियमित जॉब अथवा व्यापार से कई गुना ज्यादा पैसा कमाने की उम्मीद लेकर आते हैं लेकिन समय बिल्कुल भी नही देना चाहते हैं जबकि अपने नियमित व्यापार या जॉब में 10-10 घंटे दे रहे हैं।
जब हम शेयर मार्केट में उम्मीद से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत लेकर आते हैं और शेयर बाजार को सीखने-समझने में समय भी नही देना चाहते हैं तो हम यहां जुवां या सट्टा ही तो करने आ रहे हैं। जब जुवां या सट्टा खेलने आएंगे तो नुकसान होना भी निश्चित है।
दोस्तों यदि आप शेयर बाजार से पैसा कमाना चाहते हैं तो पहले इसको जुवां या सट्टा मानने की मानसिकता को बदलें।
Share Market व्यापार है और इसको व्यापार की तरह ही लें तथा शेयर मार्केट मे निवेश करने से पहले इसका बुनियादी ज्ञान प्राप्त करने में कुछ महीनों का समय दें।
यह समझने का प्रयास करें कि यह बाजार कैसे काम करता है तथा जो लोग यहां से पैसे कमा रहे हैं वो कैसे काम करते हैं।
एक बार इस मार्केट को अच्छे से समझ लेने के बाद यहां से बहुत अच्छा पैसा बनाया जा सकता है क्योंकि शेयर बाजार मे कमाई की कोई सीमा निशचित नही है जो जितना ध्यान लगाएगा वो उतना ही अधिक पैसा कमाने मे सफल होगा।
निष्कर्ष
मैंने कही पढ़ा था कि ‘शेयर बाजार वो कुवां है जो पूरे देश की पैसों की प्यास को बुझा सकता है।’
देखा जाए तो काफी हद तक यह बात सही भी है लेकिन इसके लिए पहले लोगों का शेयर बाजार के प्रति जागरूक होना जरूरी है तथा इसे जुवां या सट्टा मानने के मिथक को तोड़ना भी जरूरी है।
यदि शेयर बाजार में निवेश की तुलना अन्य निवेश से की जाए तो पता चलता है कि अन्य जगह निवेश में रिटर्न भी कम मिलता है और समय भी ज्यादा देना होता है। इस विषय पर जल्द ही अलग से एक लेख प्रकाशित किया जाएगा।
वहीं Stock Market की बात करें तो यहां बहुत ही कम समय मे लोगों ने 20 से 30 प्रतिशत का रिटर्न आसानी से प्राप्त किया है।
आवश्कयता इस बात की है कि निवेश करने से पहले भविष्य में बढ़ने वाले शेयरों की पहचान करने के लिए अच्छे से रिसर्च कर लिया जाए।
पहले भी बताया गया है कि शेयर बाजार मे कमाई की कोई लिमिट निशचित नही है यहां पर अपनी उम्मीद से भी ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है लेकिन सट्टा करके नही बल्कि अपनी जानकारी और अनुभव को बढ़ा कर।
यदि अभी भी कोई शेयर बाजार को जुवां या सट्टा ही मानता है तो मेरा सुझाव है कि ऐसे लोग इस मार्केट से दूर ही रहें क्योंकि किसी अन्य जगह पर सट्टा लगाने से तो आप शायद पैसा बना भी सकते हैं लेकिन शेयर बाजार मे सट्टा लगाने पर केवल और केवल नुकसान ही होगा क्योंकि यह सट्टा लगाने की जगह नही है।
लेख आपको कैसा लगा कमेंट के माध्यम से हमे जरूर अवगत कराएं।
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