intraday trading success formula हिन्दी |risk management हिन्दी
वर्ष 2021 में आप Intraday Trading Success Formula तलाश कर रहे हैं। तो इसके लिए Risk Management को समझना जरूरी है।
क्योंकि intraday trading कर के बहुत कम समय में ज्यादा पैसा बनाया भी जा सकता है। और पैसा गंवाया भी जा सकता है ।
यदि आप भी Intraday Trading करना चाहते हैं या कर रहे हैं, किन्तु पैसा बनाने की जगह पैसा गंवा रहे हैं, तो ये लेख आपकी काफी मदद कर सकता है।
आप Stock Market में आये हैं तो आपने यह भी अवश्य सुना या पढ़ा होगा कि यहाँ अधिकतर लगभग 95 प्रतिशत लोग केवल और केवल पैसा बर्बाद ही करते हैं।
केवल 5 प्रतिशत ही ऐसे लोग होते हैं जो 95 प्रतिशत लोगों के पैसे से अपनी झोली भर कर ले जाते हैं।
इसका कारण ये है कि ज्यादातर लोगों की बस इतनी सोच होती है ‘ कि अपना एक डीमैट खाता खुलवाओ उसमें पैसे डालो और ट्रेडिंग शुरू कर दो। ‘
पर दोस्तों ऐसा होता नही है। आप ही सोचिये कि अगर Trading इतनी ही आसान होती तो दुनिया के सभी लोग अपना व्यापार या जॉब छोड़कर Trading ही करने लग जाते और घर बैठे ही आराम से ढेर सारा पैसा कमा कर मौज से ज़िन्दगी गुजारते। क्या जरूरत थी सुबह से शाम तक इतनी हाड़तोड़ मेहनत करने की।
लेकिन दोस्तों यहाँ मैं ये भी कहना चाहूंगा कि Trading इतना कठिन भी नहीं है जितना लोग इसे बना लेते हैं।
हमलोग खुद ही Trading को जटिल बना लेते हैं।
जहाँ तक मेरा अनुभव है कि जो लोग Trading में पैसा गँवा रहे हैं उसका सबसे बड़ा कारण ये है कि अधिकांश ट्रेडर Intraday Trading Tips और Strategy पीछे ही भाग रहें हैं।
मैं बार – बार कहता हूँ कि किसी और की टिप्स या स्ट्रैटेजी से आप कभी भी पैसा नहीं बना सकते हैं फिर चाहे वो Paid Tips या Free की हो।
Intraday Trading Success Formula in Hindi –
यहाँ Intraday Trading का जो Success Formula जा रहा है वो कोई ऐसा जादुई Jackpot Formula नहीं है कि आप रातों रात अमीर बन जाएंगे। शायद ऐसा कोई Formula होता भी नहीं होगा।
लेकिन यकीन मानिये कि Intraday Trading में कामयाबी पाने का ये ऐसा एकमात्र Formula है जो आपको एक सफल Trader की लाईन में जरूर खड़ा कर देगा।
और ये तरीका है रिस्क मैनेजमेंट ( Risk Management) आप में से जो नए Trader है वो शायद इसे जानते भी नही होंगे और जो जानते हैं वो इसे मानते नही होंगे।
लेकिन जो Trader इसे जानते और मानते दोनों है वो कभी भी Intraday Trading में असफल नहीं होते हैं।
चलिए अब समझते हैं कि रिस्क मैनेजमेंट( Risk Management) होता क्या है ?
Risk Management क्या है –
दोस्तों Risk Management कोई बहुत टेक्निकल या रॉकेट साइंस जैसी चीज नही है ये सिर्फ अपने ऊपर नियंत्रण रखना मात्र है।
नियंत्रण से मतलब ये है कि Trading से पहले आप जो अपनी ट्रेडिंग योजना बना रहे हैं Trading के दौरान आप उसका कड़ाई के साथ पालन करें।
रिस्क लेने की क्षमता भी आपकी ट्रेडिंग योजना का हिस्सा होनी चाहिए।
यह कैसे होना चाहिए इसको समझाता हूँ –
मान लिया आपके खाते में 50,000 रुपये हैं, तो आपको एक दिन की Trading में अपनी पूंजी से सिर्फ 3 प्रतिशत का ही रिस्क लेना है। इससे ज्यादा का नहीं लेना है।
लेकिन ये Risk लेना कैसे है ये महत्वपूर्ण है इसलिए इसको ध्यान से समझने की कोशिश कीजिए।
Risk Management ही Intraday Trading Success Formula होता है।
Risk कैसे लेना है –
Intraday Trading Success Formula मे Risk कैसे लेना है ये समझना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
आपको अपने 50,000 रु. को 17 – 17 हजार के तीन भागों में बांट लेना है। अब आज के दिन आपको सिर्फ 17 हजार पर 3 प्रतिशत Risk लेना है।
मतलब आज आप केवल 500 रु. का ही जोखिम लेंगे।
और मान लिया कि आपने अपना जो पहला ट्रेड लिया उसमें 300 रु. का प्रॉफिट हो गया।
तो अब आपको इस प्रॉफिट का आधा लगभग 150 रु. हर हाल में घर ले जाना है।
बहुत से लोग ये समझते हैं कि 500 का रिस्क तो लेना ही था अब 300 प्रॉफिट हो गया तो अब 800 तक का रिस्क ले सकते हैं।
पर ऐसा नही करना है यदि 300 का प्रॉफिट आ गया है तो अब हम अपने कैपिटल पर रिस्क नहीं लेंगे, बल्कि प्रॉफिट पर ही 150 का रिस्क लेंगे।
क्योंकि आज जो मेरे पास प्रॉफिट आ गया है, तो कम से कम आधा तो लेकर जाएंगे ही।
अब आज के दूसरे ट्रेड में यदि 200 का प्रॉफिट और आ गया तो आज का हमारा कुल प्रॉफिट हो गया 500 रु.।
अब इसके बाद आज हम जो भी ट्रेड लेंगे तो मात्र 100 रु. का ही रिस्क करेंगे। और जब भी 100 का नुकसान हो जाएगा तो वही से आज के दिन की ट्रेडिंग समाप्त कर के हम अपने दूसरे कामों में लग जाएंगे।
इससे फायदा ये होगा कि अब अगर हमें नुकसान होगा तो सिर्फ 100 रु. का ही, जबकि 400 के फायदे में तो मैं पहले से ही हूँ।
और ये भी हो सकता है कि इसके बाद भी मेरे 4 से 5 या और ज्यादा ट्रेड सही चल जाये तो हमारा प्रॉफिट तो बढ़ता ही जायेगा जबकि नुकसान मेरा जब भी होगा तो सिर्फ 100 रु. का ही होगा। मतलब हम फायदे में ही रहेंगे।
ये तो था आज का प्लान, अब कल क्या करना है ? कल की Trading करनी है ?
कल आपको आज के प्रॉफिट का जो कि मैं 500 रु. ही मान के चल रहा हूं, उसमें से सिर्फ 200 का रिस्क लेना है मतलब आधे से भी कम का रिस्क लेना है।
और जैसे ही किसी भी ट्रेड में प्रॉफिट आये तो उसका पचास प्रतिशत तो आज भी घर लेकर जाना ही जाना है।
इसी तरह हर दिन आपको अपने रिस्क की सीमा तय करते जाना है और एकदम कड़ाई के साथ उसका पालन करते रहना है।
ये तो बात थी प्रॉफिट के ट्रेड की, कि प्रॉफिट होने पर ऐसे ट्रेड करना है। अब नुकसान होने पर कैसे ट्रेडिंग करनी है ये जान लेते है।
मान लिया आपको आज अपने कैपिटल का 3 प्रतिशत यानी 500 रु. का रिस्क लेना है। और पहले ट्रेड में ही आपको 200 रु. का लॉस हो गया तो अगले ट्रेड में फिर 200 का जोखिम उठाना है।
यदि अगला ट्रेड भी नुकसान में चला गया तो या तो आप अपनी आज की ट्रेडिंग बंद कर दीजिए या बचे हुए 100 रु. का रिस्क लेकर एक और ट्रेड ले सकते हैं।
लेकिन याद रखिये एक दिन में 500 रु. से ज्यादा मार्केट को नहीं देना है।
वैसे दोस्तों, ऐसा बहुत कम होता है कि आपके सारे ट्रेड हमेशा नुकसान में ही जाएं। आप कभी भी अपना कॉन्ट्रैक्ट नोट निकाल कर चेक कीजियेगा 100 में से 60 – 65 ट्रेड प्रॉफिट में ही होंगे।
आप नुकसान इसलिए करते हो कि आप रिस्क मैनेजमेंट या तो जानते ही नहीं हो या फिर मानते नहीं हो।
आप एक महीने इस तरीके से ट्रेडिंग कर के देखिए आप महीने के अंत तक अच्छा खासा प्रॉफिट बना चुके होंगे।
ये बात हमेशा याद रखिये कि भले ही प्रॉफिट न हो कोई बात नही, लेकिन नुकसान बिल्कुल भी नहीं लेना है।
जब आप ज्यादा नुकसान ले लेते हैं तो फिर आप प्रॉफिट के लिए ट्रेडिंग न करके अपने नुकसान की भरपाई के लिए ट्रेडिंग करने लगते हैं जो कि कभी भी नही हो पाता बल्कि भरपाई के चक्कर मे नुकसान बढ़ता चला जाता है।
कुछ अन्य बातें भी हैं जिन्हें आपको समझना है जैसे ट्रेडिंग नियम , ट्रेडिंग मनोविज्ञान , मनी मैनेजमेंट , और अनुशासन। इन सब विषयों पर भी आगे अलग – अलग लेख में प्रकाशित करता रहूंगा।
निष्कर्ष – ( The Conclusion )
मुझे लगता है अब आपको इस सवाल का जवाब मिल गया होगा कि Intraday Trading Success Formula में सफलता पाने का असली फार्मूला क्या है।
क्योंकि ट्रेडर ज्यादातर स्ट्रेटेजी और टिप्स के पीछे ही परेशान रहते हैं। जिसस उन्हें कोई विशेष फायदा नहीं मिलता है।
इसलिए नए ट्रेडर Risk Management को अच्छे से समझ कर अपनी ट्रेडिंग में लागू करें। धीरे – धीरे आपकी ट्रेडिंग में निखार आता चला जायेगा।
दोस्तों यदि आप जोखिम प्रबंधन पर अभ्यास करेंगे तभी आप मार्केट में बने रहेंगे और सबसे पहले तो यही कोशिश होनी चाहिए कि मार्केट में बनें रहें। यदि मार्केट में बनें रहेंगे तो पैसा तो बनेगा ही धीरे – धीरे अनुभव बढ़ने के साथ – साथ ढेर सारा पैसा भी बनेगा।
आपको ये लेख कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से अवगत कराएं।
इसके अलावा यदि रिस्क मैनेजमेंट से संबंधित आपके पास भी कोई महत्वपूर्ण जानकारी हो जिससे पाठकों को लाभ हो तो मेरे साथ जरूर साझा करें।