[Income Tax] Annual Information Statement | AIS Kaise Download Kare
आयकर विभाग से अपनी इनकम छिपाने वाले लोग अब होशियार हो जाएं क्योंकि आयकर विभाग ने AIS यानी Annual Information Statement नामक नई सुविधा लॉन्च कर दी है। जिससे अब आयकर विभाग से अपनी इनकम छिपाना आसान नही होगा।
इस लेख में यही जानेंगे कि यह AIS आखिर है क्या ? तथा इसे कैसे देखा और डाउनलोड किया जा सकता है इसलिए लेख को अंत तक पढ़े।
एनुअल इनफार्मेशन स्टेटमेंट (AIS) क्या है ?
आयकर विभाग ने आयकर रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाने और ईमानदार करदाताओं को सहायता प्रदान करने के लिए वार्षिक सूचना विवरण ( Annual Information Statement ) नाम से एक नई व्यवस्था शुरू की है। इसे संक्षेप में AIS भी कहा जाता है।
आयकर विभाग द्वारा बनाए गए इस नए सिस्टम मे किसी करदाता द्वारा वर्ष भर मे किए गए वित्तीय लेन – देन की पूरी सूचना प्रदर्शित होगी जिसे कोई भी करदाता बड़ी आसानी से देख सकता है।
और उसी अनुसार अपने ITR मे सही विवरण भर कर भविष्य मे आयकर विभाग द्वारा की जाने वाली किसी भी दंडात्मक कार्यवाही से भी बचा जा सकता है ।
आयकर विभाग द्वारा बनाए गए इस Annual Information Statement मे एक करदाता से संबंधित अभी मुख्यतः निम्न सूचनाएं प्रदर्शित हो रही हैं –
1 – शेयर बाजार मे निवेश की गई रकम व कैपिटल गेन तथा डिविडेन्ड आदि से प्राप्त इनकम
2 – फिक्स्ड डिपॉजिट ( FD ) एवं बैंक बचत खातों व पोस्ट ऑफिस की विभिन्न योजनाओं मे जमा रकम से प्राप्त ब्याज
3 – म्युचुअल फंड की बिक्री से प्राप्त हुई कैपिटल गेन व डिविडेन्ड आय
उपरोक्त के अतिरिक्त आने वाले वर्षों मे किसी करदाता के तमाम अन्य स्रोतों से हो रही आय और ब्याजों के साथ – साथ कई और वित्तीय ब्योरे भी प्रदर्शित होने लगेंगे ।
आयकर विभाग ने सभी टैक्स पेयर्स को सलाह दी है कि अपना ITR दाखिल करने से पहले अपने विवरण को AIS से मिलान जरूर कर लें जिससे भविष्य मे आयकर विभाग द्वारा जारी नोटिस का सामना करने से बच सकते हैं ।
आयकर विभाग के मुताबिक सभी करदाताओं को इस बात का ध्यान रखना होगा कि AIS मे अभी वही जानकारी उपलब्ध है जो वर्तमान मे आयकर विभाग को प्राप्त हुई है ।
यदि किसी टैक्स पेयर्स के कुछ ऐसे भी वित्तीय लेन – देन हैं जिनकी सूचना वर्तमान मे AIS मे उपलब्ध नहीं है तो ऐसी स्थिति में करदाताओं को संबंधित सभी सूचनाओं की जांच कर के ITR मे पूर्ण और सटीक जानकारी भरनी चाहिए ।
क्योंकि करदाताओं से संबंधित बहुत सी सूचनाएं अभी AIS मे उपलब्ध नहीं है लेकिन बहुत जल्दी ही कई अन्य वित्तीय लेन – देन से संबंधित सूचनाएं भी इस एनुअल इनफार्मेशन स्टेटमेंट मे प्रदर्शित होने लगेंगी ।
Annual Information Statement के लाभ
अभी तक Income Tax विभाग के पास किसी करदाता की आय के सभी स्रोतों की जानकारी नही होती थी । केवल आय के मुख्य स्रोत की ही सीमित जानकारी होती थी । जिसके कारण बहुत से करदाता अन्य स्रोतों से हुई अपनी इनकम को छिपा लेते थे ।
अभी तक तमाम वेतन भोगी व्यक्ति या व्यापारी अपने इनकम टैक्स रिटर्न मे केवल वेतन या व्यापार से प्राप्त आय को ही दर्शाते हैं तथा अन्य स्रोतों से प्राप्त इनकम को छिपा लेते हैं या ITR मे दिखाना भूल जाते हैं ।
AIS सिस्टम के आ जाने से ऐसे लोगों को सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों को पकड़ना आयकर विभाग के लिए अब बहुत आसान हो जाएगा ।
तकनीकी के विकास के साथ -साथ अब बहुत सी सूचनाएं आयकर विभाग को प्राप्त होती रहती हैं जैसे कि शेयर या Muchual Fund से हुई आय या Fixed Deposit अथवा बैंक बचत खातों पर मिलने वाले ब्याज आदि – आदि से संबंधित सूचनाएं नियमित तौर पर आयकर विभाग को प्राप्त होती रहती हैं ।
यही वजह है कि हाल के वर्षों मे करदाताओं द्वारा ITR मे दिए गए विवरण और आयकर विभाग को प्राप्त विवरण मे काफी अंतर पाया जाता है जिसके कारण पिछले 2 – 3 वर्षों मे आयकर विभाग द्वारा लाखों की संख्या मे नोटिस जारी किए गए हैं और अभी भी नोटिसें भेजने का यह क्रम जारी है ।
इसीलिए आयकर विभाग द्वारा करदाताओं को सलाह दी गई है कि अपना ITR दाखिल करने से पहले अपने ITR के विवरण को AIS से मिलान अवश्य कर लें।
और यदि आप अपना ITR पहले ही दाखिल कर चुके हैं तब भी एक बार अपना Annual Information Statement अवश्य चेक कर लें यदि कोई जानकारी ITR में भरने से छूट गई है तो सही जानकारी देने के लिए ITR को संशोधित कर सकते हैं।
AIS को कैसे चेक करें | How To Download Annual Informaction Statement
एनुअल इनफार्मेशन स्टेटमेंट को देखने के लिए आपको निम्न प्रक्रियाओं का पालन करना पड़ेगा –
1 – इनकम टैक्स विभाग की वेबसाइट www.incometax.gov.in पर जाकर पैन नंबर और पासवर्ड की मदद से Login करें।
2 – अब Menu में जाकर Service पर Click करें यहां सबसे आखिरी में Annual Information Statement – AIS पर Click करें।
3 – अब आपके सामने एक Pop – up विंडो खुलेगी यहां Proceed पर क्लिक करने पर AIS का होम पेज खुल जायेगा।
4 – AIS होम पेज पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ ले फिर Instructions और Activity के बीच दिए गए AIS टैब पर क्लिक करते ही आपके सामने Annual Information Statement पेज खुल जाएगा।
5 – इस Annual Information Statement पेज पर आपको 3 टैब दिखते हैं ।
पहले आप Taxpayer Information Summary चेक कर सकते हैं यहां आपको आपके निवेश आदि से संबंधित जानकारी दिखेगी।
उसके बाद Annual Information Statement में Part A में आपको व्यक्तिगत जानकारी दिखेगी इसको भी एक बार चेक कर लें।
Part B में आपके वित्तीय लेन – देन से संबंधित जानकारी रहेगी जिसे आप ध्यान से देख और समझ लें ।
यदि दिख रही जानकारी में किसी प्रकार के संशोधन की आवश्यकता हो तो यही से आप अपना फीड बैक भी दे सकते हैं।
आपको तीसरा विकल्प Download का मिलेगा यहां से आप PDF डाउनलोड पर क्लिक करके AIS को पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं।
इस डाउनलोड PDF को ओपन करने के लिए आपको पासवर्ड की आवश्यकता होगी जो कि आपका पैनकार्ड नंबर और जन्मतिथि होगा।
जैसे कि आपका पैन नम्बर AQWBS7828G है और जन्मतिथि 01/03/1980 है तो आपका पासवर्ड होगा AQWBS7828G01031980
अब आप उपरोक्त बताए गए तरीके से आसानी से अपना AIS देख सकते हैं और उसे डाउनलोड कर के Save भी कर सकते हैं।
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