इंट्राडे ट्रेडिंग 7 बेस्ट नियम | [Intraday Trading] 7 Best Rules Hindi

 ट्रेडिंग से पैसा बनाने के लिए यहां इंट्राडे ट्रेडिंग 7  बेस्ट नियम ( 7 Best Intraday Trading rules ) बताए जा रहे हैं जिन पर अमल कर के बहुत जल्दी इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त की जा सकती है। 

 दुनिया के किसी भी क्षेत्र में  नियमो का पालन किये बगैर कभी सफलता नही मिलती है। वैसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग के भी कुछ नियम होते हैं जिनका पालन किये बगैर आप कभी सफल ट्रेडर नही बन सकते हैं।best-intraday-rules-hindi

 जैसा कि आप सभी जानते भी हैं कि इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादातर लोग सिर्फ अपना पैसा गँवाते ही हैं केवल 3 या 4 प्रतिशत लोग ही हैं जो यहाँ से पैसा बनाते हैं और ये लोग यहाँ से इतना ज्यादा पैसा कमाते है कि बड़े – बड़े व्यापार मे भी उतना पैसा नही बन  पाता हैं।

तो इस लेख ‘ इंट्राडे ट्रेडिंग के 7 बेस्ट नियम ‘ में हमलोग इसी बात पर चर्चा करेंगे कि किन कारणों से अधिकांश ट्रेडर यहाँ पैसा गँवाते हैं तथा वो कौन – कौन से इंट्राडे ट्रेडिंग नियम हैं जिनको अपना कर कोई ट्रेडर अपने प्रॉफिट को और अधिक बढ़ा सकता है।

यहाँ ऐसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग के 7 बेस्ट नियम दिए जा रहे हैं जिनको आप ध्यान से समझ कर तथा अपनी ट्रेडिंग में प्रयोग कर के ट्रेडिंग में सफल हो सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग के 7 बेस्ट नियम (Intraday Trading ke 7 best rules In Hindi )

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम  1 – तकनीकी ( Technology ) का अधिक से अधिक प्रयोग करें

इंट्राडे ट्रेडिंग के 7 बेस्ट नियमों में से पहला नियम है कि आप टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक प्रयोग करें।

दोस्तो, आज तकनीकी का युग है हर काम के लिए तकनीकी की मदद ली जा रही है, रोज नई – नई एक से बढ़कर एक टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है।

आप भी अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग में अभी तक की जो भी उपलब्ध तकनीके है उनका अधिक से अधिक प्रयोग करे।

 बाजार में तमाम तरह के टूल ( Tools), स्केनर ( Scanner) और ट्रेडिंग इंडिकेटर  आदि उपलब्ध हैं उसमें से कुछ पेड हैं तो कुछ फ्री भी हैं।

आप इन सबकी भी मदद ले सकते हैं इसके अलावा भी इंटरनेट पर ट्रेडिंग के लिए बहुत सी तकनीकें उपलब्ध हैं उन सबको भी सीखने और समझने की कोशिश करें।इंट्राडे-ट्रेडिंग-बेस्ट-नियम

अक्सर देखा जाता है कि छोटे ट्रेडर मोबाइल फोन से ट्रेडिंग करते हैं यह तरीका बिल्कुल भी सही नही है। हमेशा अपने कंप्यूटर या लैपटॉप की बड़ी स्क्रीन के सामने ही बैठ कर  ट्रेडिंग करें क्योंकि चार्ट देखना या और भी बहुत सी चीजें बड़ी स्क्रीन पर ही आसानी से समझ मे आती हैं।

अधिकांश इंट्राडे ट्रेडर इसीलिए भी पैसा गँवा देते हैं कि वो कहीं भी चलते – फिरते मोबाइल फोन से उल्टे – सीधे ट्रेड लेते रहते हैं।

ऐसी स्थिति में ट्रेडिंग पर ध्यान केन्द्रित नही हो पाता है  फलस्वरूप भारी नुकसान उठाना पड़ जाता हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम  2 –ट्रेडिंग योजना 

अधिकांश छोटे ट्रेडरों के पास अपनी ट्रेडिंग की कोई योजना नही होती है।

बस सुबह 9:15 पर मार्केट खुली और ट्रेडिंग शुरू कर देते हैं, ऐसे लोग सिर्फ किस्मत आजमाने के लिए ट्रेडिंग करते हैं और अपने भाग्य पर निर्भर रहते हैं।

 यह बहुत ही गलत आदत होती है, मैं हमेशा ही बोलता हूँ कि इंट्राडे ट्रेडिंग बहुत मेहनत का काम है। यदि आप ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो बाजार खुलने से पहले उस दिन के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग योजना जरूर होनी चाहिए।

कुछ चुनें हुए स्टॉक होने के साथ – साथ कब किन परिस्थितियों में उनको ट्रेड करना है इसकी भी रणनीति होनी चाहिए, तथा जब बाजार खुले तो आपका ध्यान अपने चुनें हुए स्टॉक पर ही होना चाहिए।

 जब वह स्टॉक आपकी योजना और रणनीति के हिसाब से उपयुक्त स्थिति में आ जाए तब ट्रेड लेना चाहिए। तथा अपना रिस्क और प्रॉफिट भी ट्रेड लेने से पहले ही तय होना चाहिए। 

अगर आपके पास ट्रेडिंग की पहले से कोई योजना नही है बस भाग्य भरोसे ही दिनभर इधर – उधर ट्रेडिंग कर के किस्मत आजमाते रहेंगे तो आप यहाँ से कभी भी पैसा बनाकर नही ले जा पाएंगे।

बल्कि अपनी सारी जमापूँजी कुछ ही दिनों में मार्किट को देकर बाहर हो जाएंगे।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम  3 – अपनी रणनीति को चार्ट पर पूरी तरह बनने का इंतजार करें 

दोस्तों, बहुत से ट्रेडर ऐसे होते हैं, जो अपनी ट्रेडिंग की योजना और रणनीति तो पहले से बना कर रखते हैं। लेकिन सुबह जब मार्केट खुलता है तो वो खुद पर कंट्रोल नही रख पाते हैं और अपनी प्लानिंग से इतर जाकर ट्रेडिंग करने लग जाते हैं।

उदाहरण के लिए यदि हमने किसी स्टॉक के लिए योजना बनाई है कि जब वह 123 रुपए पर पहुँचेगा तब खरीदेंगे।

 मार्केट खुलने पर उस स्टॉक का भाव 100 रुपए चल रहा होता है और जैसे ही वह 102 रुपये पहुँचने लगता है तो जल्दबाजी में हम उसे वहीं पर ट्रेड कर लेते हैं।

परन्तु उस स्टॉक का भाव 103 रुपए पर पहुंचने से पहले ही तेजी से नीचे गिर जाता है और हमे भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है।

अतः यहाँ यह आवश्यक है कि आपने जो योजना और रणनीति बनाई है उसका कड़ाई से पालन करें तथा जब वह स्टॉक सटीक आपकी रणनीति के अनुसार ही चार्ट  पर बन जाये तभी ट्रेड करे।

जैसे कि क्रिकेट के खेल में एक बल्लेबाज की रणनीति होती है कि अच्छी गेंद को केवल सम्मान देना है और कमजोर या खराब गेंद का इंतजार करना है।

और जब भी कोई बॉल अपनी रणनीतियों के अनुकूल मिलती है उस पर बड़ा स्ट्रोक लगाकर ज्यादा से ज्यादा रन बटोरने का प्रयास करना है।

हमको भी उस बल्लेबाज की तरह ही अपनी रणनीति को चार्ट पर बनने का इंतजार करना है। और जैसे ही कोई ऐसा मौका मिले तो उस मौके का फायदा उठाकर यहां से ज्यादा से ज्यादा पैसे बटोर कर ले जाना है।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम 4 –ट्रेडिंग की अति ( Over trading ) से बचें 

 एक रिटेल या छोटा ट्रेडर इसलिए भी असफल होता है कि वह बहुत अधिक ट्रेडिंग करने लग जाता है।

 दिनभर ट्रेडिंग करने का नुकसान ये होता है कि यदि पहले दो ट्रेड में अच्छा मुनाफा कमा भी लिया तो अगले दो – तीन खराब ट्रेड लेकर वो मुनाफा तो गँवा ही देते हैं साथ – साथ मूल पूँजी का भी काफी नुकसान कर लेते हैं।best-rules-intraday-trading

इसीलिए एक इंट्राडे ट्रेडर को हमेशा ओवर ट्रेडिंग से बचना चाहिए तथा अपनी नीति और नियम के अनुसार जब लक्ष्य प्राप्त हो जाये तो ट्रेडिंग बन्द कर के अपने दूसरे कामों में लग जाना चाहिए।

 इंट्राडे ट्रेडिंग की सफलता का असली राज यही है कि अपनी नीति, योजना और नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम  5 –छोटा पैसा बड़ा प्रॉफिट 

 दोस्तों, हमारी हमेशा यही कोशिश रहनी चाहिए कि हम जिस स्टॉक में ट्रेडिंग की योजना बना रहे हैं वहाँ हमारा रिस्क कम से कम और प्रॉफिट अधिक होना चाहिए।

इसका मतलब ये है कि ज्यादातर फुटकर या छोटे ट्रेडर ट्रेडिंग करते समय केवल प्रॉफिट के बारे में ही सोचते रहते है, नुकसान की ओर ध्यान ही नहीं जाता है और जब  ट्रेड गलत चला जाता है तो मजबूरन बड़ा नुकसान उठाना पड़ जाता है।

इसलिए मेरा मानना है कि हम प्रॉफिट के बारे में न भी सोचे तो कोई हर्ज नही है क्योंकि वो जितना भी आएगा हमारे लिए अच्छा ही होगा,

परन्तु नुकसान का आकलन ट्रेड लेने से पहले जरूर कर लेना चाहिये और किसी भी हाल में अपना नुकसान अपने आकलन से ज्यादा नही होने देना है। इसके लिये Risk Management  को समझ कर उसका पालन करना बहुत जरूरी है । 

इसके अलावा इंट्राडे ट्रेडर की एक कमजोरी यह भी होती है कि वो जिस स्टॉक से एक बार प्रॉफिट निकाल चुके होते हैं।

उसी स्टॉक में दुबारा फिर से प्रॉफिट बनाने का प्रयास करने लगते हैं उनको ऐसा लगता है कि इस स्टॉक से मैं जल्दी निकल गया और यह स्टॉक आज और ज्यादा प्रॉफिट दे सकता है।

कभी – कभी ऐसा हो सकता है कि वही स्टॉक आपको दुबारा भी प्रॉफिट दे दे। लेकिन अधिकांश मामले में पहले जो उसमे प्रॉफिट हुआ है वो नुकसान में ही बदल जाता हैं।

यदि आप भी इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो कमेंट कर के इस पर अपने अनुभव जरूर बताएं कि एक ही स्टॉक को दुबारा ट्रेड करने पर आपको हमेशा प्रॉफिट ही होता है या अक्सर नुकसान ही हो जाता है ?

मुझे तो लगता है कि यदि किसी स्टॉक में एक बार प्रॉफिट बना चुके हैं तो उसी दिन दुबारा उस स्टॉक में  पोजीशन लेने से नुकसान ही अधिक होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम 6 –हमेशा पैसा बनाने के लिए ट्रेड करें  

एक इंट्राडे ट्रेडर को हमेशा पैसा कमाने के लिए ही ट्रेडिंग करनी चाहिए तथा बाजार खुलने से पहले आपके पास पैसे बनाने की पुख्ता और मजबूत योजना होनी चाहिए।

 सिर्फ और सिर्फ अपनी योजना, नियम और रणनीति का पालन अनुशासन के साथ करना चाहिए।

 ट्रेडिंग के दौरान भी अपने दिमाग में प्रॉफिट के बारे में ही सोचते रहना है और ये प्रतिज्ञा करनी है कि भले ही आज हमे प्रॉफिट कम मिले या न भी मिले लेकिन ऐसा कोई ट्रेड नही लेना है जिसमे नुकसान होने की संभावना हो।

जब हमारे दिमाग में ये बात बैठ जाएगी कि हम ट्रेडिंग पैसे कमाने के लिए करने आएं हैं न कि नुकसान करने के लिए तब हम ट्रेडिंग से पैसे कमा पाएंगे।

जब इरादा पक्का हो जाएगा कि कुछ भी हो ट्रेडिंग से पैसा कमाना ही है इसके लिए चाहे जो नियम अनुशासन हो कुछ भी करना पड़े सब करूंगा चाहे दूसरे के बताए गए नियम – अनुशासन का पालन करना पड़े या खुद अपने लिए अपने इंट्राडे नियम – अनुशासन बनाना पड़े।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम  7 –सीखने की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए 

 इंट्राडे ट्रेडर में हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहने की जिज्ञासा बनी रहनी चाहिये।

ये जरूरी नहीं है कि एक रणनीति जो आपने बना ली वो हमेशा काम करती रहेगी, हर रणनीति कुछ खास स्थिति में ही कार्य करती है इसलिए हमेशा सीखते रहने और लगातार अभ्यास करने से ही आप अनुभवी और सफल ट्रेडर बन सकते हैं।

शेयर बाजार एक बहुत बड़ा विषय है इसलिए इसको ज्यादा से ज्यादा सीखते और समझते रहने की जरुरत है।

जो सीख रहे हैं उसपर लगातार अभ्यास कर के अपने लिये नई – नई रणनीति तैयार करें और अपनी ट्रेडिंग में अमल कर के यहाँ से पैसा बनाने की कोशिश करे।

अगर  आप सीखने पे फोकस करते रहेंगे तो यहाँ से बहुत पैसे बना लेंगे वो भी बहुत कम समय मे।

निष्कर्ष ( The Conclusion )

जैसा कि पहले भी कहा गया है कि हर काम करने के कुछ नियम होते हैं और अनुशासन के साथ इन नियमों का पालन करने से ही उस काम मे सफलता मिलती है।

ऊपर जो इंट्राडे ट्रेडिंग के 7 बेस्ट नियम बताए गए हैं वो देखने मे भले ही बहुत आसान लगते हैं परन्तु हकीकत में इनका पालन सिर्फ कुछ प्रतिशत ट्रेडर ही कर पाते हैं। 

यदि आप भी ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो पहले अपने लिए कुछ इंट्राडे ट्रेडिंग नियम बनाइये और अनुशासन के साथ उनका पालन करने का अभ्यास कीजिये।

पूरी तरह से परिपक्व होने में कुछ समय जरूर लग सकता है लेकिन अपने दिमाग में ये बात बैठा ले कि हमको वो करना है जो पाँच प्रतिशत लोग ही कर पाते हैं। बाकी के 95% लोग जो कर रहें हैं वो हमको नही करना है।

यह लेख आपको कैसा लगा तथा इस लेख के बारे में आपकी क्या राय है ? कमेंट के माध्यम से हमे अवश्य बताएं।

 

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