टैक्सी ड्राइवर, किराना दुकानदार या वकील हैं? तो ये टैक्स स्कीम आपके लिए है वरदान


अगर आप टैक्सी ड्राइवर, दुकानदार, वकील या फ्रीलांसर हैं? जानिए कैसे Presumptive Tax Scheme आपके टैक्स रिटर्न भरने को आसान बना सकती है – बिना किसी झंझट के!

परिचय (Introduction)

“क्या आप टैक्स भरने से डरते हैं क्योंकि हिसाब-किताब रखना काफी मुश्किल लगता है?”

अगर आप एक टैक्सी ड्राइवर, किराना दुकानदार, फ्रीलांसर, या स्वतंत्र पेशेवर हैं — तो हो सकता है कि टैक्स से जुड़ी जटिलताएं आपको परेशान करती हों। हर खर्च और इनकम का रिकॉर्ड रखना, CA से बार – बार मिलना, बार-बार हिसाब देना — ये सब किसी सिरदर्द से कम नहीं होता है।

लेकिन सरकार ने आपके लिए एक सुपर सिंपल टैक्स स्कीम बनाई है — जिसका नाम Presumptive Taxation Scheme (अनुमानित कर योजना) है।

इस लेख में हम जानेंगे कि-

  • यह स्कीम क्या है और कैसे काम करती है?
  • किन लोगों को इसका सीधा फायदा मिल सकता है?
  • कौन-कौन से सेक्शन (44AD, 44ADA, 44AE) इसमें आते हैं?
  • और यह स्कीम कैसे आपके टैक्स भरने की प्रक्रिया को आसान बना सकती है, वो भी बिना बहीखाते और ऑडिट के झंझट के!
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Presumptive Taxation Scheme क्या है?

Presumptive Taxation Scheme यानी सरकार द्वारा अनुमानित आय के आधार पर टैक्स भरने की सुविधा प्रदान करना।

मतलब, अगर आप छोटे व्यापारी, प्रोफेशनल या वाहन मालिक हैं — तो सरकार आपकी कुल टर्नओवर या प्रोफेशनल इनकम में से एक निर्धारित प्रतिशत को ही मुनाफा मान लेती है। आपको अपने हर खर्च और हर इनकम का डिटेल देने की जरूरत नहीं होती है।

इस स्कीम के तहत-

  • आपको बहीखाता (Books of Accounts) रखने की जरूरत नहीं होती है।
  • ऑडिट कराने की आवश्यकता नहीं, अगर आप तय सीमा के भीतर हैं।
  • ITR-4 फॉर्म भरकर आप आसानी से रिटर्न फाइल कर सकते हैं।

सरल शब्दों में कहें तो-

यह स्कीम उन लोगों के लिए है जो-

  • छोटा व्यापार या फ्रीलांसिंग/प्रोफेशनल काम करते हैं।
  • अपना सारा हिसाब-किताब मेंटेन करना नहीं चाहते हैं।
  • एक आसान, झंझट-मुक्त टैक्स प्रक्रिया चाहते हैं।

कौन-कौन ले सकता है फायदा? (Eligibility Criteria)

Presumptive Taxation Scheme का फायदा मुख्य रूप से तीन प्रकार के लोगों को मिलता है-

1. Section 44AD – छोटे व्यापारी (Small Business Owners)

  • खुद का बिज़नेस चलाने वाले लोग, जैसे किराना स्टोर, मोबाइल शॉप, कपड़े की दुकान, आदि-आदि।
  • जिनका टर्नओवर ₹3 करोड़ तक है (अगर कैश ट्रांजैक्शन 5% से कम है)।
  • सरकार मानती है कि आपकी 8% (या 6% अगर डिजिटल पेमेंट है) कमाई हुई है, और उसी पर टैक्स लगता है।

2. Section 44ADA – प्रोफेशनल्स के लिए

  • जैसे कि डॉक्टर, वकील, इंजीनियर, अकाउंटेंट, फ्रीलांसर, डिज़ाइनर, आदि।
  • अगर आपकी सलाना प्रोफेशनल इनकम ₹75 लाख तक है।
  • सरकार मानती है कि आपकी 50% इनकम मुनाफा है, और उसी पर टैक्स लगता है।

3. Section 44AE – ट्रांसपोर्ट बिज़नेस (Commercial Vehicle Owners)

  • टैक्सी, ट्रक, ऑटो, या बस चलाने वाले लोग।
  • अधिकतम 10 गाड़ियां होनी चाहिए।
  • प्रति गाड़ी फिक्स अमाउंट (जैसे ट्रक के लिए ₹1,000/टन/महीना) को ही मुनाफा माना जाएगा।

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इस स्कीम के फायदे (Benefits of Presumptive Taxation)

फायदेविवरण
बहीखाता रखने की जरूरत नहींछोटे व्यापारी या प्रोफेशनल है? तो कोई झंझट नहीं
ऑडिट नहीं कराना पड़ताइससे CA की फीस और समय दोनों बचते हैं
समय और मेहनत की बचतबिना रसीदों के आसान टैक्स फाइलिंग
ITR-4 से रिटर्न फाइल करना आसानयह फॉर्म खास इसी स्कीम के लिए बना है
कैशलेस पेमेंट पर कम टैक्सडिजिटल पेमेंट पर मुनाफा सिर्फ 6% माना जाएगा

किन बातों का रखें ध्यान (Limitations / सावधानियां)

  • एक बार स्कीम चुनने पर लगातार 5 साल तक उसका पालन करना होता है।
  • अगर बीच में स्कीम छोड़ दी, तो 5 साल तक दोबारा इसका लाभ नहीं मिलेगा।
  • GST, TDS जैसी अन्य टैक्स ज़िम्मेदारियां अलग से लागू हो सकती हैं।

कौन-सा ITR फॉर्म भरें?

अगर आप Presumptive Taxation Scheme के तहत रिटर्न फाइल करना चाहते हैं, तो आपको ITR-4 (Sugam) फॉर्म भरना होता है।

ITR-4 किसके लिए है?

  • Section 44AD- छोटे व्यापारी
  • Section 44ADA- प्रोफेशनल्स
  • Section 44AE- कमर्शियल व्हीकल ओनर्स

फाइल करते समय ध्यान रखें-

  • ई-फाइलिंग पोर्टल (incometax.gov.in) पर ITR-4 चुनें
  • पूछे जाने पर “Presumptive Scheme opt किया है?” — इसका जवाब “Yes” दें
  • सही सेक्शन (44AD / ADA / AE) चुनें
  • मुनाफे की अनुमानित राशि (Presumed Income) भरें

FAQs: Presumptive Taxation Scheme से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. Presumptive Taxation की अधिकतम सीमा क्या है?

Section 44AD- व्यापारियों के लिए ₹2 करोड़ तक का टर्नओवर
Section 44ADA- प्रोफेशनल्स के लिए ₹50 लाख तक की इनकम
Section 44AE- अधिकतम 10 कमर्शियल गाड़ियों तक

Q2. Presumptive Taxation के लिए कौन योग्य नहीं है?

LLPs (Limited Liability Partnerships)
ऐसे प्रोफेशनल्स या व्यापार जिनका टर्नओवर तय लिमिट से ज़्यादा है
अगर आपने पिछले 5 सालों में स्कीम छोड़ी है, तो अगले 5 साल तक आप इसके योग्य नहीं होंगे।

Q3. Section 44AD के तहत 6% क्या होता है?

अगर आप अपना सारा पेमेंट डिजिटल माध्यम (जैसे UPI, बैंक ट्रांसफर, कार्ड) से लेते हैं, तो आपको केवल 6% इनकम पर टैक्स देना होता है, न कि 8%।
कैश ट्रांजैक्शन पर ये दर 8% लागू होती है।

Q4. Doctors के लिए presumptive tax कैसे काम करता है?

Doctors, CAs, Engineers, Lawyers आदि प्रोफेशनल्स Section 44ADA के तहत Presumptive Scheme चुन सकते हैं।
यहां माना जाता है कि आपकी 50% इनकम मुनाफा है और उसी पर टैक्स देना होता है।

Q5. क्या 44ADA के लिए GST रजिस्ट्रेशन भी जरूरी है?

नहीं, GST रजिस्ट्रेशन तब ही अनिवार्य होता है जब आपकी प्रोफेशनल इनकम सालाना ₹20 लाख से अधिक हो (कुछ राज्यों में ₹10 लाख)।
Presumptive Scheme चुनना और GST रजिस्ट्रेशन — दोनों अलग चीज़ें हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

Presumptive Taxation Scheme उन सभी छोटे कारोबारियों, टैक्सी चालकों, प्रोफेशनल्स और फ्रीलांसर्स के लिए एक आसान, सस्ता और झंझट-रहित टैक्स सिस्टम है, जो हिसाब-किताब में उलझना नहीं चाहते।

  • बहीखाते की जरूरत नहीं
  • ऑडिट से छुट्टी
  • और आसान ITR फॉर्म

अगर आप छोटे व्यापारी, Self-employed या ट्रांसपोर्ट बिज़नेस से जुड़े हैं, तो यह Presumptive Taxation Scheme आपके लिए वरदान है!
आज ही ITR-4 फाइल करें और टैक्स टेंशन को कहें — बाय-बाय!

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