Top Hybrid Mutual Funds for SIP Investment in 2025/ hybrid fund for long term?

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हाइब्रिड म्यूचुअल फंड क्या हैं? / What are Hybrid Mutual Funds?

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जब निवेश की बात आती है, तो हम अक्सर अलग-अलग प्रकार के म्यूचूअलफंड्स के बारे में रिसर्च करते हैं, तो हमें Hybrid Mutual Funds के रूप मे एक महत्वपूर्ण विकल्प मिलता हैं। अब सवाल उठता है कि ये Hybrid Mutual Fund kya hota hai? साधारण शब्दों में कहे तो ये वो mutual funds होते हैं जो हमारे निवेश को अलग-अलग asset classes जैसे equity और debt में बांटते हैं, जिससे risk और return के बीच एक संतुलन बना रहे।

क्योंकि hybrid Mutual funds निवेशकों को diversification और stability दोनों प्रदान करते हैं, इसलिए नए  निवेशकों के लिए इसके बारे मे समझना जरूरी हो जाता है। यह समझना भी बेहद जरूरी है कि ये hybrid Mutual funds किस तरह से काम करते हैं, ताकि भविष्य में निवेश के लिए सही निर्णय लिया जा सकें।

Hybrid funds SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से भी उपलब्ध होते हैं, जो निवेशकों को discipline के साथ नियमित निवेश करने की सुविधा देते हैं। इसलिए, hybrid Mutual funds की  गहरी समझ न केवल एक अच्छे निवेशक बनने के लिए, बल्कि वित्तीय ज्ञान को बढ़ाने के लिए भी जरूरी है।

तो चलिए, लेख मे आगे बढ़ते हैं और विस्तार से जानते हैं कि Hybrid Mutual Funds क्या होते हैं, कैसे काम करते हैं, इनके क्या फायदे और नुकसान हैं, और क्यों ये निवेशकों के बीच एक पसंदीदा विकल्प बने हुए हैं।

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड क्या हैं? / What are Hybrid Mutual Funds?

Hybrid Mutual Funds  ऐसे mutual funds होते हैं, जो निवेशकों के पैसों को एक से अधिक asset classes में विभाजित करते हैं, जैसे equity (शेयर बाजार) और debt (ऋण उपकरण)। Hybrid Funds का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि निवेशकों को बेहतर risk-return balance मिले। यह निवेश का एक ऐसा तरीका है जिसमें निवेशकों को equity की growth potential और debt की stability का लाभ एक साथ मिलता है।

हाइब्रिड फंड उन निवेशकों के लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है जो विकास और स्थिरता दोनों चाहते हैं।

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में आम तौर पर शामिल होते हैं-

  • Equity Exposure: Growth potential के लिए  stocks मे  निवेश किया जाता है। Debt Exposure: Stability और  regular income के  लिए  bonds मे  निवेश किया जाता है।

Hybrid Mutual Funds के मुख्य प्रकार / Types of Hybrid Mutual Funds

  1. Equity-Oriented Hybrid Funds– ये funds ज्यादातर हिस्सेदारी equity में रखते हैं, जिससे higher growth potential मिलता है, हालांकि इसमे  risk भी अधिक रहता है। यह उन निवेशकों के लिए सही होता है जो अधिक risk लेने के लिए तैयार रहते हैं।
  2. Debt-Oriented Hybrid Funds– इसका प्रमुख हिस्सा debt securities में निवेश होता है, इसलिए इसमे  risk कम रहता है और steady income मिलती रहती  है। यह उन निवेशकों  के लिए उपयुक्त है जो सुरक्षित निवेश की तलाश में रहते हैं।
  3. Balanced hybrid Funds– ये funds equity और debt का संतुलित अनुपात रखते हैं, जिससे moderate risk के साथ steady return मिलता है। यही कारण है कि इन्हें अक्सर balanced hybrid funds भी कहा जाता है।
  4. Multi-Asset Hybrid Funds– ये funds तीन या अधिक asset classes में निवेश करते हैं, जिससे और भी ज़्यादा diversification मिलता है।
  5. Arbitrage hybrid Funds– ये funds market के inefficiencies का फायदा उठाकर risk-free profit कमाने की कोशिश करते हैं। इन्हें hybrid category में इसीलिए रखा जाता है क्योंकि इनमें equity और debt दोनों का मेल होता है।

उदाहरण– एक balanced hybrid fund में 60% निवेश equity में और 40% debt में हो सकता है। इससे निवेशक equity की तेजी का लाभ ले सकते हैं, जबकि debt का हिस्सा portfolio को stable रखता है।

Hybrid Funds के फायदे और नुकसान / Advantages and Disadvantages of Hybrid Funds

Hybrid Mutual Funds निवेश के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण विकल्प बन चुके हैं, क्योंकि ये निवेशकों को एक balanced approach प्रदान करते हैं। हालांकि,  hybrid funds के भी कुछ फायदे और नुकसान होते है, जिनका आगे वर्णन किया गया है इसलिए लेख के साथ आगे भी बने रहें।

Hybrid Mutual Funds के फायदे / Advantages of Hybrid Mutual Funds

  1. Diversification: Hybrid funds अलग-अलग asset classes जैसे equity और debt में निवेश करके portfolio को diversify करते हैं, जिससे risk कम होता है।
  2. Stability: Debt component की वजह से निवेशक को portfolio में stability मिलती है, जिससे अचानक market fluctuations के प्रभाव से सुरक्षा मिलती है।
  3. Balanced Risk: Hybrid funds में equity और debt का मिश्रण होने से निवेशक को balanced risk profile मिलती है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो सीमित risk लेना चाहते हैं।
  4. Income Generation: Debt portion से regular income और equity portion से potential growth प्राप्त होती है।

Hybrid Mutual Funds के नुकसान /  Disadvantages  of Hybrid Mutual Funds

  1. Limited Growth Potential: हालांकि hybrid funds equity की तुलना में कम risk वाले होते हैं, लेकिन इसकी वजह से इनका growth potential भी सीमित हो सकता है, जिससे high return की संभावना कम हो सकती है।
  2. Higher Expense Ratios: कुछ hybrid funds में higher expense ratios हो सकते हैं, जिससे आपके returns पर असर पड़ता है।
  3. Complexity: Hybrid funds में अलग-अलग asset classes का combination होता है, जिससे एक साधारण निवेशक के लिए इसको समझना थोड़ा कठिन हो सकता है।
  4. Dangers of Hybrid Investment: अगर market conditions एक साथ equity और debt दोनों में unfavourable हो जाएं, तो portfolio को नुकसान हो सकता है। इसे hybrid funds का negative aspect भी माना जा सकता है।

क्या Hybrid Funds मे निवेश करना सही निर्णय हैं?

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Hybrid funds को समझना और चुनना एक महत्वपूर्ण निर्णय है। ये funds उन निवेशकों के लिए सही हो सकते हैं जो stability और growth के बीच संतुलन चाहते हैं। लेकिन इनकी सीमित growth potential और higher expense ratios को ध्यान में रखना जरूरी है।

निष्कर्ष: Hybrid funds का चुनाव करते समय उनके advantages और disadvantages को ध्यान में रखते हुए अपनी financial goals और risk appetite के अनुसार निर्णय लें।

हाइब्रिड फंड की अन्य फंड प्रकारों से तुलना / Hybrid Funds Vs Other Types Funds

 Hybrid Funds Vs  Balanced Funds

Balanced funds एक प्रकार के hybrid funds होते हैं जिनमें equity और debt का निश्चित अनुपात होता है, जबकि hybrid funds की अन्य श्रेणियां अपने अनुपात में flexibility रख सकती हैं।

Hybrid mutual funds निवेशकों को  एक ऐसा विकल्प प्रदान करते हैं, जो stability और growth दोनों का संतुलन बनाए रखता है।

Hybrid Funds vs Equity Funds

Equity Funds विशुद्ध रूप से equity मे निवेश  high growth potential की संभावना के साथ high risk भी होता है। 

Hybrid Funds यह Equity और debt, दोनों में निवेश करता है,  इसलिए  growth moderate होता है और  risk भी थोड़ा संतुलित रहता है।

Hybrid Funds vs Multicap Funds

Multicap Funds इनमे  equity stocks ही  होते हैं लेकिन यह अलग – अलग  market capitalizations (small cap, mid cap, large cap) को शामिल करते हैं।

  Hybrid Funds इनमे  equity और  debt दोनों का  मिश्रण होता है। 

इन दोनों की तुलना मे  Multicap funds मे जोखिम  आम तौर  पर अधिक रहता है क्योंकि ये सिर्फ equity मे ही निवेश करते हैं।

 Hybrid Funds vs. Flexi Cap Funds

Flexi Cap Funds पूरी तरह से equity funds होते हैं और fund manager को अलग-अलग market caps में निवेश करने की flexibility देते हैं। इसका मतलब है कि fund manager market conditions के अनुसार large-cap, mid-cap, या small-cap में निवेश बदल सकते हैं। Flexi cap funds अधिक flexible होते हैं, लेकिन ये भी पूरी तरह equity-based होने के कारण high risk वाले होते हैं।

Hybrid Funds हालांकि, fixed allocation के साथ चलते हैं और stability प्रदान करते हैं। इनका उद्देश्य risk और return के बीच संतुलन बनाना होता है।

निष्कर्ष

हर प्रकार के fund का अपना risk profile और return potential होता है। Equity funds अधिक जोखिम के साथ हाई returns दे सकते हैं, जबकि Hybrid funds सुरक्षित और स्थिर निवेश के लिए बेहतर हैं। Multicap और Flexi Cap funds equity-focused हैं और इनमें volatility अधिक होती है। अपने financial goals और risk appetite के अनुसार सही fund का चुनाव करना आवश्यक है।

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड की रिटर्न दर/Return Rate of Hybrid Mutual Funds

Hybrid Mutual Funds में निवेश करने वाले निवेशकों के मन मे अक्सर यह सवाल आता है कि इन funds का औसत annual return rate कितना होता है? इसका जवाब यह है कि Hybrid funds का return rate कई factors पर निर्भर करता है जैसे कि fund का प्रकार, market conditions, और asset allocation।

आमतौर पर Hybrid mutual funds, विशेष रूप से equity-oriented hybrid funds, अक्सर 8% से 12% का वार्षिक return rate देते हैं। जबकि, debt-oriented hybrid funds का return rate थोड़ा कम होता है, जो लगभग 6% से 8% तक रह सकता है। यह rate अलग-अलग fund houses और schemes के आधार पर भिन्न-भिन्न भी  हो सकता है।

पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई  जाए तो, जब equity markets में तेजी रही है तो equity-oriented hybrid funds ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन, जब market में गिरावट आई है, तब debt portion ने stability प्रदान की है। जैसे कि, कोविड महामारी के दौरान भी hybrid funds ने moderate returns दिए, जिससे ये निवेशकों के बीच एक सुरक्षित विकल्प बने रहे।

वर्तमान रुझान की बात करें तो market volatility के बावजूद, hybrid funds ने equity और debt मे  संतुलन के कारण एक बेहतर प्रदर्शन बनाए रखा है। वर्तमान में, बढ़ती interest rates और economic fluctuations के कारण return rate में थोड़ी गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन long-term में ये funds एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं।

SWP (Systematic Withdrawal Plan) के लिए Best Hybrid Funds

Systematic Withdrawal Plan (SWP) निवेश का एक ऐसा तरीका है जिससे निवेशक नियमित अंतराल पर अपने निवेश से एक निश्चित राशि निकाल सकते हैं। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो अपनी retirement या अन्य आवश्यकताओं के लिए steady income चाहते हैं।

Hybrid mutual funds SWP के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं क्योंकि ये equity और debt का संतुलन प्रदान करते हैं, और इसमे stability और growth का मिश्रण मिलता है।

SWP के लिए 3 सर्वश्रेष्ट Hybrid Funds / Top 3 Hybrid Funds for SWP

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  • HDFC Hybrid Equity Fund– यह एक equity-oriented hybrid fund है जो SWP के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसके पिछले प्रदर्शन ने इसे हाई रिटर्न के साथ स्थिरता प्रदान की है, जिससे यह नियमित withdrawals के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बना है।
  • ICICI Prudential Equity & Debt Fund– यह fund equity और debt दोनों में balance प्रदान करता है। इसका consistent performance और low volatility इसे SWP के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनाता हैं।
  • SBI Equity Hybrid Fund– अपने अच्छे प्रदर्शन और balanced portfolio के कारण यह fund SWP के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प माना जाता है। इसमें equity और debt का संतुलन, market fluctuations के बावजूद, steady withdrawals के लिए उपयुक्त है।

Performance Analysis

यदि इन Hybrid funds का historical data देखा जाए तो पता चलता है कि इन्होंने पिछले 5-10 वर्षों में 8% से 12% तक का annualized return दिया है। SWP के लिए, ये funds monthly या quarterly withdrawals की सुविधा प्रदान करते हैं, जिससे निवेशक अपनी financial planning को आसान बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप 10 लाख रुपये का निवेश करते हैं और प्रति माह 1% withdrawal करते हैं, तो आपके पास एक steady income के साथ capital appreciation का भी अवसर होगा।

निष्कर्ष

Hybrid mutual funds SWP के लिए एक आदर्श विकल्प होते हैं, क्योंकि ये equity और debt का मिश्रण प्रदान करते हैं। यह निवेशकों को stable income के साथ capital growth का भी मौका देते हैं। सही Hybrid fund का चुनाव करते समय उस fund की historical performance और current market trend का ध्यान जरूर रखना चाहिए ताकि अपनी जरूरतों के अनुसार best result प्राप्त किया जा सके।

हाइब्रिड फंड और कराधान / Taxation for Hybrid Funds

Hybrid Mutual Funds पर लगने वाला टैक्स उनके पोर्टफोलियो की संरचना पर निर्भर करता है। आमतौर पर हाइब्रिड फंड्स को equity-oriented और debt-oriented फंड्स में वर्गीकृत किया जाता है, और इन दोनों पर अलग-अलग तरह का टैक्स लगता है।

क्या हाइब्रिड फंड्स टैक्स-फ्री हैं? / Are Hybrid Funds Tax-Free

Hybrid Funds टैक्स-फ्री नहीं होते हैं। इन फंड्स पर capital gains tax लगता है, जो फंड के प्रकार और holding period के आधार पर तय होता है।

 Hybrid Funds पर लगने वाला Long-term और Short-term Capital Gains Tax

1. Equity-oriented Hybrid Funds

   शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेंस (STCG)- अगर हम Equity-oriented Hybrid Funds को एक साल के अंदर बेचते हैं, तो हमें 15% का STCG टैक्स देना होगा।

   लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस (LTCG)- एक साल से अधिक समय तक होल्ड करने पर 1 लाख रुपये तक की रकम पर capital gains tax टैक्स-फ्री होता है। इसके बाद 10% का LTCG टैक्स लगता है, यहां  indexation benefit नहीं मिलता है।

2. Debt-oriented Hybrid Funds

   शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेंस (STCG)- Debt-oriented Hybrid Funds में 3 वर्ष से कम के होल्डिंग पीरियड पर STCG निवेशक की नियमित आय की तरह मानी जाती है, और income tax slab rate के अनुसार टैक्स लगता है।

   लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस (LTCG)- 3 साल से अधिक होल्ड करने पर 20% का LTCG टैक्स लगता है, इसमे indexation benefit दिया जाता है, जिससे महंगाई का प्रभाव कम होता है।

उदाहरण– मान लीजिए, आपने किसी Equity-oriented Hybrid Fund में 1 लाख रुपये निवेश किए और 2 साल बाद यह रकम बढ़कर 1.5 लाख हो गई। तो इस 50,000 रुपये के गेन पर आपको 10% का LTCG टैक्स देना होगा (क्योंकि 1 लाख तक टैक्स-फ्री होता है)।

निष्कर्ष

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स पर लगने वाला टैक्स फंड के प्रकार और होल्डिंग पीरियड पर आधारित होता है। इसलिए, निवेश करने से पहले फंड का प्रकार और अपनी financial planning के अनुसार Taxation की जानकारी होना बहुत जरूरी है।

हाइब्रिड फंड की सुरक्षा और जोखिम के कारक/Safety and Risk Factors of Hybrid Funds

Hybrid mutual funds निवेशकों को इसलिए पसंद हैं क्योंकि ये equity और debt instruments दोनों में निवेश करते हैं। इनका उद्देश्य balanced returns और जोखिम का संतुलन बनाना होता है। लेकिन क्या ये फंड्स सच में सुरक्षित होते हैं? चलिए, इस पर एक नजर डालते हैं।

क्या Hybrid Funds सुरक्षित होते हैं? / Are Hybrid Funds safe

Hybrid funds को आमतौर पर काफी  सुरक्षित माना जाता है क्योंकि ये अलग-अलग asset classes में निवेश करते हैं। जैसे कि, एक equity-oriented hybrid fund मे हाई  रिटर्न की संभावना तो  देता है लेकिन इसमे जोखिम भी ज्यादा होता है। दूसरी ओर, debt-oriented hybrid funds स्थिरता और कम जोखिम प्रदान करते हैं।

लेकिन, फिर भी इनकी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती क्योंकि फंड का प्रदर्शन बाजार की स्थिति और fund management strategies पर निर्भर करता है।

हाइब्रिड फंड्स से जुड़े जोखिम / Risks associated with hybrid funds

  • बाजार जोखिम (Market Risk)– चूंकि हाइब्रिड फंड्स का एक हिस्सा equity में निवेश होता  है, इसलिए बाजार मे उतार-चढ़ाव के दौरान इनकी वैल्यू प्रभावित हो सकती है। Market volatility के दौरान फंड का प्रदर्शन खराब हो सकता है।
  • क्रेडिट जोखिम (Credit Risk)  Debt-oriented hybrid funds में अगर फंड के  पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियां अपना  कर्ज चुकाने में असफल रहती हैं, तो निवेशकों को नुकसान हो सकता है।
  • इंटरेस्ट रेट जोखिम (Interest Rate Risk)– ब्याज दरों में बदलाव का प्रभाव debt instruments की वैल्यू पर पड़ता है। अगर ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो मौजूदा bonds की कीमत घट सकती है, जिससे debt-oriented funds प्रभावित हो सकते हैं।
  • फंड मैनेजमेंट जोखिम (Fund Management Risk)- फंड के मैनेजर की निवेश रणनीति भी फंड के प्रदर्शन को प्रभावित करती है। एक गलत निर्णय से निवेशकों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।

क्या Hybrid Mutual Funds सुरक्षित निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प हैं?

किसी Hybrid Funds की सुरक्षा का स्तर इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस प्रकार के  hybrid fund का चयन करते हैं। Debt-oriented hybrid funds अपेक्षाकृत कम जोखिम के साथ स्थिरता प्रदान करते हैं, जबकि equity-oriented funds मे उच्च रिटर्न की क्षमता तो होती है लेकिन इसके साथ अधिक जोखिम भी जुड़ा रहता है।

जरूरी टिप्स-

Hybrid funds में निवेश करने से पहले, निवेशकों को इनके risk factors और सुरक्षा संबंधी पहलुओं का  अच्छी तरह से अध्ययन कर लेना चाहिए। Hybrid funds मुख्यतः  उन निवेशकों के लिए उचित विकल्प हैं, जो अपनी पूंजी को सुरक्षित रखते हुए कुछ हद तक growth की उम्मीद करते हैं। लेकिन फिर भी बाजार की अस्थिरता और अन्य जोखिमों को ध्यान में रखना आवश्यक है।

इस प्रकार, सही hybrid Mutual fund का चयन और अपनी risk tolerance को समझकर निवेशक एक सुरक्षित और लाभदायक निर्णय ले सकते हैं।

Q1. क्या hybrid funds long-term investment के लिए सही हैं ?

Ans. हाँ, अगर medium risk aur steady returns चाहते हैं तो hybrid funds long-term निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।

Q2. क्या hybrid funds SIP के लिए सही हैं ?

Ans. हां, hybrid funds SIP के लिए ideal होते हैं क्योंकि यह long-term wealth creation मे मदद करते हैं।

Q3. क्यों कुछ लोग hybrid funds को पसंद नहीं करते हैं ?

Ans. वैसे तो Hybrid funds निवेशकों के लिए balance और diversification का अच्छा जरिया होते हैं, लेकिन कुछ निवेशक इन्हें पसंद नहीं करते क्योंकि इनमें equity और debt दोनों के performance का असर होता है। जब market conditions volatile होती हैं, तो hybrid funds का return unpredictable हो सकता है। कई बार इन funds के expense ratios भी higher hote हैं, जो investors के returns को कम कर देते हैं।

Q4. Hybrid varieties की सबसे बड़ी चुनौती क्या होती है?

Ans. Hybrid funds की सबसे बड़ी समस्या उनका complex nature होता है। कई investors इन funds के structure और risk factors को सही से समझ ही नहीं पाते हैं। इसके अलावा, इन funds में asset allocation की flexibility के कारण, fund manager के decisions पर काफी हद तक निर्भरता रहती है, जो हमेशा beneficial नहीं होती है।

Top 20 Hybrid Mutual Funds in India

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सही Hybrid mutual funds का चयन करना निवेशकों के लिए एक चुनौतीपूर्ण काम होता है। इसलिए इस लेख मे पिछले वर्षों के performance के आधार पर top 20 hybrid mutual funds in India की एक list प्रस्तुत की जा रही है, जिनमें diversification और balanced risk के फायदे मिलते हैं-

  1. HDFC Hybrid Equity Fund – Equity और debt allocation के साथ strong past performance के लिए जाना जाता है।
  2. ICICI Prudential Equity & Debt Fund – High returns और stability के combination के लिए प्रसिद्ध है।
  3. SBI Equity Hybrid Fund – एक popular fund है जो consistent returns और portfolio stability प्रदान करता है।
  4. Mirae Asset Hybrid Equity Fund – यह Growth-oriented investment के लिए उपयुक्त है।
  5. Canara Robeco Equity Hybrid Fund – Balanced asset allocation और moderate risk के साथ अच्छे returns प्राप्त हुए हैं।
  6. Kotak Equity Hybrid Fund – Portfolio diversity और steady growth के लिए जाना जाता है।
  7. Axis Triple Advantage Fund – Multi-asset allocation के कारण diversification और stability प्रदान करता है।
  8. DSP Equity & Bond Fund – Equity और fixed income के अच्छे संतुलन के लिए।
  9. Nippon India Hybrid Bond Fund – Debt-oriented hybrid option जो low-risk investors के लिए बेहतर है।
  10. Aditya Birla Sun Life Equity Hybrid ’95 Fund – Equity-dominant allocation और अच्छे historical returns के लिए जाना जाता है।
  11. UTI Hybrid Equity Fund – Steady growth और consistent returns के लिए।
  12. L&T Hybrid Equity Fund – Equity और debt के strong मिश्रण के साथ।
  13. Franklin India Equity Hybrid Fund – High-quality asset management और balanced returns के लिए।
  14. Sundaram Equity Hybrid Fund – Moderate risk के साथ strong performance दे सकता है।
  15. Invesco India Equity & Bond Fund – यह Investors को growth और stability दोनों देता है।
  16. Tata Hybrid Equity Fund – Flexible portfolio और long-term growth के लिए बेस्ट है।
  17. IDFC Hybrid Equity Fund – Lower volatility और stable returns के लिए जाना जाता है।
  18. Principal Hybrid Equity Fund – Consistent performance और reliable asset allocation।
  19. HSBC Regular Savings Fund – Debt-heavy allocation के साथ risk-averse investors के लिए प्रसिद्ध है।
  20. Baroda BNP Paribas Aggressive Hybrid Fund – Aggressive allocation के साथ-साथ higher returns के लिए famous है।
निश्कर्ष (Conclusion)

Hybrid mutual funds निवेशकों को एक unique solution प्रदान करते हैं, जिसमें equity और debt दोनों का संतुलित मिश्रण होता है। यह funds उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है जो balanced risk और steady returns की तलाश में हैं। Hybrid mutual funds की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि ये diversification प्रदान करते हैं, जिससे market volatility के दौरान भी portfolio में स्थिरता बनी रहती है।

Future outlook aur expert tips– अधिकतर Financial experts का मानना है कि आने वाले समय में भी hybrid mutual funds का role महत्वपूर्ण रहेगा, खासकर उन निवेशकों के लिए जो diversified portfolio के जरिए अपने निवेश को सुरक्षित और steady रखना चाहते हैं।

Expert tip– हमेशा किसी fund की past performance, expense ratio और fund manager की strategy को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करें। SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए hybrid mutual funds में निवेश करना long-term goals के लिए एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
इस प्रकार, hybrid mutual funds का चयन एक समझदारी भरा निर्णय हो सकता है जो आपको equity और debt का balanced benefit देता है।






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