Hindi Blogg Earning | क्या हिन्दी ब्लॉगिंग मे कमाई होती है
जो भी बंदा हिन्दी ब्लॉगिंग कर रहा है या करना चाहता है तो उसके मन मे यह सवाल जरूर आता है कि ‘क्या हिन्दी ब्लॉगिंग में कमाई होती है ?’ या फिर ‘हिन्दी ब्लॉगिंग से कितनी कमाई हो सकती है ?’ और ‘क्या आज के समय मे हिन्दी ब्लॉगिंग करना उचित है ?’
इस तरह के और भी बहुत से सवाल हैं जो हर जगह पूछे जाते हैं। बहुत से लोग इन सवालों का जवाब अपने-अपने ज्ञान और अनुभव आधार पर देते हैं इनमें से कुछ लोगों के जवाब नए ब्लॉगरों को उत्साहित करते हैं तो वहीं कुछ लोगों के जवाब हतोत्साहित करने वाले भी होते हैं।
इस लेख में भी इन्ही सवालों का विश्लेषण करके जवाब देने का प्रयास किया गया है कि क्या हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई होती है ? और क्या आज के समय मे हिन्दी ब्लॉगिंग करना उचित है ?
लेख में कुछ अपने निजी अनुभव और कुछ अन्य स्थापित ब्लॉगरों के विचारों के आधार पर जवाब दिया गया है। जिन हिन्दी ब्लॉगरों के मन में इन विषयों से संबंधित कोई दुविधा या संशय होगा उनके लिए यह लेख काफी महत्वपूर्ण हो सकता है इसलिए लेख को अंत तक पढ़ें।
क्या हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई होती है ? / Hindi Blogging Earning
सभी जानते हैं कि ब्लॉगिंग से कमाई का सबसे पहला और महत्वपूर्ण स्रोत गूगल एडसेंस ( Google Adsense ) ही होता है। अधिकांश ब्लॉगर गूगल एडसेंस से कमाई को ही पहली प्राथमिकता देते हैं।
ज्यादातर लोगों का मानना है कि हिन्दी के मुकाबले इंग्लिश ब्लॉगिंग मे गूगल एडसेंस से अधिक कमाई होती है। इसमे कितनी सच्चाई है इसकी चर्चा भी इसी लेख में आगे होगी। लेकिन उससे पहले ये समझने का प्रयास करते हैं कि हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई क्यों नही होती है ?
हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई क्यों नही होती है ?
हिन्दी ब्लॉगिंग मे कम कमाई या कमाई न होने का एक सबसे बड़ा कारण यह होता है कि हिन्दी मे ज्यादातर वो लोग ब्लॉगिंग करने आते हैं जो ब्लॉगिंग के प्रति बिल्कुल भी सीरियस नही होते हैं, उन्हें तो बस किसी भी प्रकार से पैसे कमाने की धुन लगी होती है।
लोग Google और Youtube पर ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीके सर्च करते रहते हैं वहीं से उनको पता चलता है कि ब्लॉगिंग एक ऐसा तरीका है जहां से बहुत जल्दी और आसानी से बहुत अधिक पैसा कमाया जा सकता है। बहुत से यूटूबर भी उनकी इस सोच के सही होने पर अपनी मुहर लगा देते हैं।
दूसरा कारण ये भी है कि हिन्दी ब्लॉगिंग में या तो स्टूडेंट आते हैं या फिर ऐसे लोग जो कोई छोटी-मोटी जॉब या बिज़नेस कर रहे होते हैं और अपनी आय से संतुष्ट नही हैं। अपनी इन्कम को बढ़ाने के लिए उनको ब्लॉगिंग ही सबसे आसान और सरल तरीका समझ मे आता है।
छात्रों को लगता है कि मैं अपनी पढ़ाई के साथ-साथ ब्लॉगिंग करके अच्छे पैसे भी कमा सकता हूं। ऐसे स्टूडेंट दसवीं, बारहवीं और स्नातक तक के होते हैं जिन्हें अभी जिंदगी और दुनिया का बहुत ज्यादा अनुभव नही होता है और न ही किसी टॉपिक का कोई विशेष प्रायोगिक ज्ञान होता है।
बस इधर-उधर रिसर्च करके ऐसा टॉपिक ( Niche ) ढूंढ लेते हैं जिसमे ज्यादा कमाई होने की संभावना होती है। फिर उस टॉपिक से संबंधित अन्य ब्लॉग को देखकर जोड़तोड़ करके अपना आर्टिकल तैयार करने लगते हैं। जब 2-4 महीने काम करने के बाद उन्हें सफलता नही मिलती है तो उन्हें लगता है कि हिन्दी ब्लॉगिंग में कमाई नही होती है।
जॉब और व्यापार करने वाले लोगों के पास तो शायद इतना समय ही नही होता है कि वो कुछ रिसर्च करें या अपना खुद का कंटेंट तैयार करें। वो लोग भी कुछ महीने टाइमपास वाला काम करने के बाद ब्लॉगिंग छोड़ देते हैं उनको भी लगने लगता है कि हिन्दी ब्लॉगिंग में कमाई नही होती है।
इसका एक उदाहरण जिसे मैंने खुद अनुभव किया है कि एक नया ब्लॉगर जिसे अभी खुद ब्लॉगिंग की A,B,C,D नही पता होती है और वह अपने ब्लॉग मे ‘ब्लॉगिंग मे कैसे सफल हो’, ‘SEO क्या होता है’, ‘ब्लॉगिंग से पैसे कैसे कमाएं जाते हैं’, ‘कीवर्ड रिसर्च कैसे करते हैं’ आदि-आदि टॉपिक पर लिखने लगता है।
जिसे अभी खुद ही नही पता होता है कि ब्लॉगिंग से पैसे कमाए भी जा सकते हैं या नही ? वह दूसरों को ब्लॉगिंग से पैसे कमाने के तरीके बताने लगता है। क्या ऐसा व्यक्ति कभी ब्लॉगिंग में सफल हो सकता है ?
एक उदाहरण और – ब्लॉगिंग की शुरुआत करने वालों को youtube से पता चलता है कि शेयर मार्केट टॉपिक पर ब्लॉग बनाने से बहुत अधिक कमाई होती है। तो ऐसे लोग भी इस विषय पर लिखना शुरू कर देते हैं जिन्होंने कभी शेयर मार्केट का मुंह तक नही देखा होता है और न ही शेयर बाजार मे कभी एक भी रुपए का निवेश किया होता है।
इस बात को और अच्छे से समझने के लिए आप कोई भी एक कीवर्ड गूगल पर डालिए, उसमें जो रिजल्ट आते हैं उनको पढिये शुरुआत के एक या दो रिजल्ट ही ओरिजिनल मिलेंगे उसके बाद के जितने भी रिजल्ट होंगे सब पहले या दूसरे की कॉपी होते दिखेंगे। बस अपने-अपने टैलेंट के हिसाब से कॉपी-पेस्ट के तरीकों में बदलाव होता रहता है।
ये कुछ मुख्य कारण हैं जिनकी वजह से हिन्दी ब्लॉगिंग मे असफल बहुत ज्यादा लोग होते हैं और सफल बहुत कम लोग होते हैं।
हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई कैसे होती है ?
अब जो लोग कहते हैं कि हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई नही होती है तो उनकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि हिन्दी ब्लॉगिंग से भी कमाई होती है और बहुत अच्छी कमाई होती है।
हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई होती है या नही? इसकी जानकारी और अन्य ब्लॉगरों की राय जानने के लिए कुछ फेसबुक ग्रुप्स में मैंने एक पोस्ट डाली थी और स्थापित ब्लॉगरों से कमेंट करने का अनुरोध भी किया था।
उस पोस्ट पर बहुत से लोगों ने कमेंट करके अपने अनुभव बताए थें। जिसका विश्लेषण करने पर यह निष्कर्ष निकलता है कि हिन्दी ब्लॉगिंग मे अपनी-अपनी योग्यता और मेहनत के अनुसार ज्यादा और कम कमाई होती है।
कुछ लोगों ने तो अपनी जो कमाई बताई है उसके सामने तो अच्छे-अच्छे अंग्रेजी ब्लॉगर भी फेल हैं। लेकिन ब्लॉगिंग अंग्रेजी में हो या हिन्दी में दोनों में ही पैसा कमाना उतना आसान नही है जितना कि लोग समझते हैं।
आमतौर पर लोग समझते हैं कि एक ब्लॉग बनाया और 15-20 पोस्ट डाल दिया बस कमाई शुरू हो जाती है। लेकिन ऐसा होता नही है। ब्लॉगिंग से अच्छी कमाई करने में कई साल लग जाते हैं। कई सालों तक बिना पैसे कमाए लगातार अपने ब्लॉग पर काम करते रहना होता है तब जाकर एक समय ऐसा आता है कि ब्लॉगिंग से अच्छी कमाई शुरू हो पाती है।
इसको समझने के लिए भी मैंने गूगल बाबा का ही सहारा लिया और सर्च करके देखा तो पता चला कि कुछ हिन्दी ब्लॉगर महीने के 4-5 लाख रुपए कमा रहे हैं वहीं 1 से 2 लाख रुपए महीने कमाने वाले ब्लॉगर की संख्या भी काफी अच्छी है। परंतु यदि उनके ब्लॉग देखे जाएं तो 10-10 साल पुराने हैं। कुछ ब्लॉग तो 2003, 2004 और 2005 से चल रहे हैं।
इतने सालों तक लगातार काम करने के बाद आज वो लोग अपने हिन्दी ब्लॉग से लाखों रुपए कमा पा रहे हैं। मुझे कोई ऐसा ब्लॉग नही दिखा जो 1-2 साल पुराना हो और उसकी महीने की कमाई लाखो में हो। यदि आपको किसी ऐसे ब्लॉग की जानकारी हो तो कमेंट करके अन्य पाठकों को जरूर बताएं।
इससे एक बात तो सभी को जरूर समझना चाहिए कि ब्लॉगिंग कोई अल्पकालिक खेल नही है। अगर ब्लॉगिंग से अच्छी कमाई करनी है तो मेहनत और ईमानदारी के साथ लगातार कई सालों तक अपने ब्लॉग पर काम करना होगा।
हिन्दी ब्लॉगिंग से कितनी कमाई कर सकते हैं ?
हिन्दी ब्लॉगिंग करके कितनी कमाई हो सकती है यह जानने के लिए मैंने Google, Youtube, Quora और Facebook सहित अन्य कई फोरम में जाकर जो जानकारी एकत्रित की है उससे यह पता चलता है कि कई हिन्दी ब्लॉगर ऐसे हैं जो अपने हिन्दी ब्लॉग से ही हर महीने 10 से 20 लाख रुपए तक कमा रहे हैं।
वहीं 5 से 10 लाख तक महीने कमाने वाले ब्लॉगरों की भी अच्छी संख्या है। 1 से 2 लाख रुपए महीने कमाने वालों की संख्या तो काफी अधिक है।
यहां एक बात और जोड़ना चाहूंगा कि आमतौर पर हम Youtube वगैरह पर जिन ब्लॉगरों को देखते हैं और उनकी कमाई के बारे मे जानते हैं सिर्फ वही बड़े ब्लॉगर नही हैं, क्योंकि ब्लॉगिंग से बहुत ज्यादा कमाई करने वाले अधिकतर ब्लॉगर तो छुपे रूस्तम ही हैं वो चुपचाप अपना काम कर रहे हैं और लाखों रुपए कमा रहे हैं। बहुत से ऐसे कारण होते हैं जिसकी वजह से वो दुनिया के सामने नही आना चाहते हैं। इसको mpnrc.org वालों के उदाहरण से समझ सकते हैं।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि यदि मेहनत, लगन, और ईमानदारी के साथ थोड़ा लंबे समय तक काम किया जाए तो हिन्दी ब्लॉगिंग से भी बहुत अच्छी कमाई की जा सकती है।
हिन्दी ब्लॉगिंग बनाम इंग्लिश ब्लॉगिंग | Hindi Vs English Blogging In Hindi
अब बात करते हैं कि कमाई के लिहाज से हिन्दी ब्लॉगिंग अच्छी है या फिर अंग्रेजी ब्लॉगिंग। पहले अंग्रेजी की बात करते हैं।
बेशक कमाई के लिहाज से अंग्रेजी ब्लॉगिंग बहुत अच्छी है क्योंकि इंग्लिश भाषा की वजह से पूरी दुनिया में पाठक मिल जाते हैं जिसमे विकसित और धनी देशों के पाठक भी शामिल होते हैं ऐसे में CPC भी हमे बहुत ज्यादा मिल जाता है इसके अतिरिक्त Affiliate Marketing आदि भी बहुत सी वजह हैं जिससे अंग्रेजी ब्लॉगिंग कमाई के लिहाज से बहुत अच्छी मानी जाती है।
परन्तु अंग्रेजी ब्लॉगिंग का दूसरा पहलू यह भी है कि इंग्लिश ब्लॉगिंग की धारणा भी काफी पुरानी है और चूंकि इंग्लिश ग्लोबल भाषा है तो पूरी दुनिया से लोग अंग्रेजी मे ब्लॉगिंग करते हैं इसलिए यहां कम्पटीशन इतना ज्यादा है कि साधारण या कामचलाऊ ब्लॉगर तो यहां टिक ही नही सकते हैं।
इसलिए यदि किसी को इंग्लिश ब्लॉगिंग करनी है तो उसे अपने टॉपिक का मास्टर बनना ही पड़ेगा और बहुत कड़ी मेहनत भी करना पड़ेगा। कहने का अर्थ यह है कि अंग्रेजी भाषा मे ज्यादा पैसा है तो मेहनत और संघर्ष भी बहुत ज्यादा है। अंग्रेजी भाषा के लिए गूगल Algorithm भी बहुत सख्त है इसलिए सतर्कता भी बहुत जरूरी है।
वहीं अंग्रेजी की तुलना मे हिन्दी की बात करें तो यहां अभी कम्पटीशन बहुत कम है या कह सकते हैं कि कम्पटीशन अभी न के बराबर है क्योंकि अभी यहां सीरीयस ब्लॉगरों की बहुत कमी है। हिन्दी के लिए सबसे बड़ी बात तो यह है कि अभी बहुत सारे विषय या टॉपिक ऐसे हैं जिन पर अभी तक लिखा ही नही गया है।
यदि कोई नया ब्लॉगर है जिसे किसी विषय का थोड़ा बहुत ज्ञान है और थोड़ा बहुत रिसर्च करके अपना खुद का कंटेंट लिखता है तो जल्दी ही थोड़ी बहुत कमाई भी शुरू कर देता है। हिन्दी मे अच्छी कमाई करने मे भले ही अधिक समय लगता है लेकिन सही तरीके से ब्लॉगिंग शुरू करने पर थोड़ी बहुत कमाई जल्दी ही शुरू हो जाती है।
देखा जाए तो हिन्दी समेत अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में अभी गूगल एल्गोरिथ्म भी उतना सख्त नही है इसलिए स्मार्ट तरीके से किया गया थोड़ा बहुत जुगाड़ू काम भी अभी हिन्दी मे चल ही जाता है।
निष्कर्ष
सही मायने मे ब्लॉगिंग क्या है? और कैसे की जाती है? यह इस लेख का विषय नही है इसलिए इसकी चर्चा किसी अन्य लेख में की जाएगी।
यहां बात हो रही है हिन्दी ब्लॉगिंग से कमाई की, तो उपरोक्त लेख के आधार पर यह निष्कर्ष निकलता है कि भाषा चाहे जो हो यदि आप मे टैलेंट है और ब्लॉगिंग का सही तरीका पता है तो लगातार मेहनत करने पर सफलता जरूर मिलती है।
ब्लॉगिंग चाहे हिन्दी मे हो या अंग्रेजी मे, मेहनत की आवश्यकता दोनों मे ही होती है और अच्छी कमाई करने के लिए दोनों मे कई वर्षों का समय देना ही होता है। शॉर्टकट किसी भी भाषा मे काम नही करता है।
इसलिए किस भाषा मे ज्यादा कमाई है और किस भाषा मे कम कमाई है इस बात पर ध्यान न देकर जिस भाषा मे अपनी पकड़ अच्छी हो उस भाषा मे ईमानदारी के साथ ब्लॉगिंग शुरू कर देनी चाहिए। समय के साथ-साथ सफलता भी जरूर मिलती है।
पाठकों से निवेदन है कि यदि आप किसी भी भाषा मे ब्लॉगिंग करते हैं तो इन्कम से संबंधित अपने अनुभवों को कमेंट के माध्यम से अन्य पाठकों के साथ भी जरूर साझा करें जिससे नए ब्लॉगरों को मार्गदर्शन और मोटिवेशन दोनों प्राप्त होगा।
लेख कैसा लगा कमेंट के माध्यम से अवश्य अवगत कराएं।
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